जब अकेले पड़ जाओ कोई साथ ना दे तो ये पढ़े! Heart Touching Powerful Motivational Story by Digital Aarju

 Powerful Motivation: ये आर्टिकल उन लोगों के लिए है जो अपनी जिंदगी के किसी ना किसी मोड़ पर अपने आप को बहुत अकेला महसूस करते हैं। ये कुछ मिनट्स का ऑर्टिकल आपके अकेलापन को पूरी तरह से जिंदगी भर के लिए बदल के रख देगा। 

जब अकेले पड़ जाओ कोई साथ ना दे तो ये पढ़े! Heart Touching Powerful Motivational Story by Digital Aarju

Motivational story in Hindi 



आज जो हम आपको बताने वाले हैं वो आपकी पूरी जिंदगी के अकेलापन को बदल के रख देगा। तो फिर जिंदगी की खातिर इस आर्टिकल को लास्ट तक पढ़ना तो बनता है। आज मैं आपको जो बातें बताने जा रहा हूँ। वो आज हमारे इस आर्टिकल के लिए और हमारे लिए जानना बहुत जरूरी है। 


जो लोग खुद को अकेला समझतें है उनको आज में अपनी ही एक दुख की बात बताता हूं। मुझे लगता था कि मैं उनकी जिंदगी में बहुत खास था, पर काफी समय निकल जाने के बाद एहसास हुआ कि मेरे से पहले भी उसकी जिंदगी में।

खास लोग थे। जब मैं था तब भी उनकी जिंदगी में खास लोग थे और जब की मैं आज उनकी लाइफ में नहीं हूँ तब भी निश्चित तौर पर उनकी जिंदगी में खास लोग जरूर हैं। मैं रिश्ता निभाता गया और वो स्वार्थ पूरे करते गये। मैं उनके करीब आने की कोशिश करता गया और वो मुझसे दूर जाने की।


जबरदस्ती करता रहा ये जो आज मैं जीस अकेलेपन में मैं हूँ ना उसने मुझे सिखाया है कि अकेलेपन से बेहतरीन और सच्ची चीज़ इस दुनिया में दूसरी नहीं हो सकती। इस दुनिया में अगर कोई इंसान है। जो आपको हर्ट नहीं कर सकता, तो वो आप के अलावा कोई दूसरा बिल्कुल नहीं हो सकता।


आपको भले ही कितना ही लगे कि आप किसी की जिंदगी में बहुत ज्यादा खास हो लेकिन ऐसा नहीं होता। मैं माफी चाहता हूँ, लेकिन आपको इस भ्रम से निकलना पड़ेगा। आपके पहले भी उनकी जरूरतें कोई पूरी करता था, जब आप थे तब भी उनकी जरूरतें पूरी हो रही थी और जब आप उनसे अलग हो चूके हो। तब भी उनकी जिंदगी वैसे ही चल रही है जैसे तब चला करती थी, कहने का मतलब ये है कि आपके होने या न होने से फर्क नहीं पड़ता जैसे कल चल रहा था आज भी वैसा ही है और कल भी वैसा ही रहेगा । 


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इस दुनिया के सब काम आज भी वैसे ही चल रहे हैं जैसे चलने चाहिए और इस दुनिया के सब काम तब भी वैसे ही चलते रहेंगे जब आप और हम इस दुनिया से चले जाएंगे। ये जो अकेलापन है ना, वो पहले भी था, आज भी है और कल भी रहेगा। आप पैदा होने से लेकर मरते दम तक अकेले रहोगे और मान लो आप एक बहुत बड़े स्टार बन गए, तब भी भाई आप अकेले ही रहोगे कैसे? अगर उस वक्त आपको बुखार होगी तो उसकी वजह से बॉडी का टेम्परेचर किसका बढ़ेगा? आपके बेटे का, पत्नी का या आपके माँ बाप का , नहीं सिर्फ ओर सिर्फ आपका बढ़ेगा।


अगर उस वक्त भगवान ना चाहे कि उस वक्त आपका अक्सीडेंट हो जाए तो हाथ पैर किसके टूटेंगे, दर्द किसको होगा, यह आपको को होगा। यही एकमात्र सच्चाई है। हो सकता है आप में से कई लोगों को ये सच्चाई समझ नहीं आ रही होगी पर मेरे दोस्त ये बता। इस दुनिया से कितने लोग वापस जा चूके हैं? क्या तुम किसी के साथ वापस गए? ये भ्रम निकाल दो दिमाग से कि साथ में जीने मरने वाले वादे सच्चे होते हैं, सब झूठ है, केवल अकेलापन ही एक मात्र सच्चाई है। अगर आपको खुश होना है ना तो अकेले खुश होना पड़ेगा।


इस दुनिया में जब जब जाने के बाद किसी को याद किया जाता है तो उसको अकेले को ही याद किया जाता है। आप में से कितने लोगों को पता है की अल्बर्ट आइंस्टाइन की पत्नी का क्या नाम है? नहीं पता ना लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं है कि वह दोनों एक दूसरे से प्यार नहीं करते थे लेकिन फिर भी जब भी याद किया जाता है। तो केवल अल्बर्ट आइंस्टाइन को ही याद किया जाता है। उनकी फैमिली में कौन था? उनका दोस्त कौन था, उससे कोई मतलब नहीं है। उनका अकेले का ही नाम लिया जाता है। 


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अकेलापन ही सच्चाई है। आपको ये सीखना ही पड़ेगा कि अकेले रहकर खुश कैसे रहा जाए, अकेले रहकर अपने लक्ष्यों को कैसे प्राप्त किया जाए, तो भाई उसके लिए मेहनत भी आपको अकेले को ही करनी पड़ेगी। हर काम अकेले करना पड़ेगा और क्या बिगड़ जाएगा यार कर लोगे तो, कई ने किया है और कई लोग रहे हैं, लोग करते रहेंगे, आगे भी जीतने बड़े बड़े काम किए हैं ना वो सब तो अकेले लोगों ने किए हैं यार सिकंदर के पास तो बहुत बड़ी सेना रही होगी।


पर फिर भी सिकंदर का अकेले का ही नाम लिया जाता है। अकेला कौन नहीं होता? चाहे पीछे कितना ही बड़ा काफिला हो इंसान को फिर भी जीना अकेले ही है। अकेलापन से बेहतर और अकेलापन से सच्चा आपको इस दुनिया में और कुछ नहीं मिल सकता। ये अकेलापन एक वरदान है, कोई श्राप नहीं है। ये एक बेहतरीन मौका है आपके पास अपने आप को जानने का, अपने आप को निखारने का, अपने आप को अमर बनाने का। अगर आप अकेलापन महसूस कर रहे हो तो थैंक्स बोलना ऊपर वाले को, की उसने आपको आपके खुद के पास छोड़ कर , क्योंकि इस दुनिया के जीस बेहतरीन बंदे के साथ तुम लाइफ के चैलेंज पूरा कर सकते हो। अकेलापन अकेला होने में नहीं है अकेलापन खुद को खो देने में सब बड़ी बड़ी बातों का एक ही सिंपल सा अर्थ है की जीस दिन खुद को अकेला महसूस करने लग जाओगे। और अपकेलेपन को महसूस करने के लिए दुनिया से दूर होना जरूरी है और अगर दुनिया आपसे दूर हो गए है तो यकीन मानिए, आप वो सब कर सकते हैं जो अपने कभी सोच भी नहीं होगा ।।


मित्रों उम्मीद करते है कि आपको हमारे द्वारा समझाई गई बाते समझ में आ गई होगी । तो मिलते हैं अगले आर्टिकल में ।

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